
Randi sayri/shayari – शायरी ऐसी जो सोच बदल दे
प्यार का जुनून ऐसा था कि ,
घरवाले की भी परवाह ना कि
आज कोठे पर होती हर दस्तक को
अपने मेहबूब का तोहफा समझती हूं।
💔💔💔💔💔
मैं तो बस रास्ता थी उनकी.
मुझे रौंदकर वो मंजिल हासिल कर गये..!
शायरी ही शायरी
प्यार का जुनून ऐसा था कि ,
घरवाले की भी परवाह ना कि
आज कोठे पर होती हर दस्तक को
अपने मेहबूब का तोहफा समझती हूं।
💔💔💔💔💔
मैं तो बस रास्ता थी उनकी.
मुझे रौंदकर वो मंजिल हासिल कर गये..!
किसी कोठे रण्डी बनने कोई चल कर नहीं आई,
कुछ ठग कर आईं तो कुछ छल कर आईं ।